दुर्ग।छत्तीसगढ़ की राजनीति में अपनी सरलता, मिलनसार स्वभाव और विकासोन्मुख कार्यशैली के लिए पहचाने जाने वाले वरिष्ठ कांग्रेस नेता एवं पूर्व विधायक अरुण वोरा कल 22 नवंबर, शुक्रवार को 64 वर्ष के हो रहे हैं। इस अवसर पर उनके दुर्ग स्थित निवास में प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी सादगीपूर्ण किंतु गरिमामय कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।
सुबह से ही शहर और जिलेभर के कार्यकर्ताओं, समर्थकों तथा सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों के पहुंचने की संभावना है। वोरा का जन्मदिन उनके निवास में हर वर्ष बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। सुबह से देर शाम तक आगंतुकों का तांता लगा रहता है.दुर्ग शहर में अरुण वोरा का जन्मदिन एक औपचारिक राजनीतिक आयोजन से अधिक, जनसंपर्क का अवसर माना जाता है—जहाँ वे हर उम्र वर्ग के नागरिकों से मिलकर संवाद स्थापित करते हैं।
वर्षों से शहर की जनता के साथ उनका गहरा संबंध बना हुआ है। अपने कार्यकाल के दौरान जिन विकास योजनाओं को उन्होंने प्राथमिकता दी, उनके सकारात्मक परिणाम आज भी क्षेत्र में दिखाई देते हैं। लोग उन्हें अब भी एक सहज, उपलब्ध और सक्रिय नेता के रूप में देखते हैं। वे लगातार विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रमों, कार्यकर्ता संवाद और बूथ स्तर तक संगठन को सक्रिय रखने के प्रयासों में लगे रहे हैं। पार्टी के भीतर भी उन्हें ऐसे नेता के रूप में जाना जाता है, जो अनुभव और नई पीढ़ी के उत्साह के बीच संतुलन स्थापित करने की क्षमता रखते हैं।कोविड हो या कोई प्राकृतिक आपदा—शहर की किसी भी छोटी-बड़ी परेशानी में वोरा ने अग्रिम पंक्ति में रहकर सहायता प्रदान की है। महामारी के दौरान भोजन वितरण, मेडिकल सहायता, प्रवासी मजदूरों की मदद से लेकर बारिश और बाढ़ की परिस्थितियों में राहत कार्यों तक, उनकी टीम सक्रिय रही। इन प्रयासों ने उन्हें जनता के बीच ‘संकट में साथ देने वाले नेता’ की छवि प्रदान की है।
वोरा की सबसे बड़ी पहचान उनका सरल, सौम्य और सहज व्यवहार है। स्थानीय स्तर पर उन्हें ऐसे जनप्रतिनिधि के रूप में जाना जाता है, जो बिना औपचारिकता के आम नागरिकों से संवाद करते हैं। अपने पिता मोतीलाल वोरा की संगठनात्मक शैली और अनुशासन को वे आज भी अपनी राजनीतिक यात्रा का आधार मानते हैं। उनके कार्यालय और निवास के दरवाज़े हमेशा आम लोगों के लिए खुले रहते हैं, और यही वजह है कि जन्मदिन जैसे निजी अवसरों पर भी लोग सहजता से उनसे मिलने पहुँचते हैं।जन्मदिवस पर शहरभर से शुभकामनाओं का यह सिलसिला यह दर्शाता है कि वोरा न केवल राजनीतिक रूप से, बल्कि व्यक्तिगत और सामाजिक रूप से भी हर वर्ग के बीच एक विशिष्ट और सम्मानित पहचान रखते हैं।
Copyright 2024-25 Public Bhadash - All Rights Reserved
Powered By Global Infotech.